हस्ताक्षर करने में करें ‘डॉट’ का बदलाव, देर नहीं लगेगी किस्मत बदलते
हस्ताक्षर करने में करें ‘डॉट’ का बदलाव, देर नहीं लगेगी किस्मत बदलते
hello reader i'm sandeep kourav
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हस्ताक्षर से व्यक्ति की सोच का पता चलता है और इस आधार पर उसके भविष्य का आंकलन भी किया जा सकता है। किसी व्यक्ति की साफ और सुंदर लिखावट जहां उसकी साफ सोच और खुशहाल जीवन को दर्शाती है, वहीं टेढ़ी-मेढ़ी और बार-बार काटकर लिखना उसकी अशांत मानसिक स्थिति का परिचायक है। पर हस्ताक्षर या सिग्नेचर आपकी लिखावट में कुछ अलग मायने रखता है।
हस्ताक्षर करने में करें ‘डॉट’ का बदलाव, देर नहीं लगेगी किस्मत बदलते
हस्ताक्षर से व्यक्ति की सोच का पता चलता है और इस आधार पर उसके भविष्य का आंकलन भी किया जा सकता है। किसी व्यक्ति की साफ और सुंदर लिखावट जहां उसकी साफ सोच और खुशहाल जीवन को दर्शाती है, वहीं टेढ़ी-मेढ़ी और बार-बार काटकर लिखना उसकी अशांत मानसिक स्थिति का परिचायक है। पर हस्ताक्षर या सिग्नेचर आपकी लिखावट में कुछ अलग मायने रखता है।
हस्ताक्षर चाहे आप किसी भी भाषा में करते हों लेकिन इसमें अक्षरों के आकार से लेकर इसे करने के तरीके तक से आपका भविष्य झलकता है। इसलिए अगर इसमें कुछ कमियां हों जो आगे के समय के लिए बहुत अच्छे संकेत ना देते हों, तो इसमें कुछ बदलाव करके आप अपने उज्ज्वल भविष्य को सुनिश्चित कर सकते हैं।
यहां सिग्नेचर बदलकर तकदीर बदलने से मतलब चमत्कार होना नहीं है क्योंकि यह कोई जादू नहीं है। इसलिए इसके पीछे का आधार समझना आवश्यक है।
जैसा कि ऊपर भी हमने कहा है कि हस्ताक्षर आपकी सोच का परिचय देता है और अपनी सोच के अनुसार ही आप जीवन में बागे बढ़ते हैं। यह बहुत हद तक आपकी मानसिक क्षमता से जुड़ा है। इसलिए हस्ताक्षर बदलते हुए आप अपनी सोच और कार्य योजनाओं को लागू करने में अपनी कमियों को दूर करने के लिए प्रयास करते हैं।
दार्शनिकों का कहना है कि प्रयास कभी असफल नहीं होते.. आप जैसे बनना चाहते हैं आपकी कोशिश भी उसी दिशा में होती है और आपको सफलता भी उसी दिशा में मिलती है। इसलिए हस्ताक्षर में बदलाव लाने का अर्थ है कि आप अपनी सोच की दिशा बदलते हुए उस दिशा में प्रयास करना चाहते हैं।
डॉट या बिंदु का इस्तेमाल
‘डॉट’ या ‘बिंदु’ काम का पूरा होना दिखाता है। इसलिए अगर आप अपने सिग्नेचर के आखिर में ‘डॉट’ लगाते हैं तो इसका अर्थ है कि आप किसी भी काम को अधूरा नहीं छोड़ते। चीजों को एक बार शुरु करने के बाद आप उसे पूरा करके ही रुकते हैं। यही कारण है कि परिवार के साथ ही अपने कार्यक्षेत्र में भी आप जिम्मेदार माने जाते हैं।
यह आपको जहां बड़े अवसर दिलाता है, आप समाज में मान-सम्मान भी पाते हैं और लगातार उन्नति करते हैं। आजमाकर देखें, क्या पता आपकी किस्मत इसी बदलाव का इंतजार कर रही हो।
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